नई दिल्ली, 3 नवंबर 2025 — भारत के IPO बाज़ार में इस समय एक नई हलचल है। ऑनलाइन आईवियर ब्रांड Lenskart ने जैसे ही अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) पेश किया, निवेश जगत में चर्चा का नया दौर शुरू हो गया। निवेशक इसे “बड़ी लिस्टिंग स्टोरी” के रूप में देख रहे हैं — लेकिन सवाल है, क्या इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) वाकई कुछ बताता है, या सिर्फ उत्साह का गुब्बारा है?
Lenskart IPO का हाल — नंबरों से ज्यादा उम्मीदें
Lenskart का IPO मूल्य बैंड ₹382 से ₹402 प्रति शेयर तय किया गया है। अनौपचारिक बाज़ार में इसका GMP ₹70–₹85 के बीच बताया जा रहा है — यानी शेयर के लिस्टिंग के दिन लगभग 20% तक के संभावित प्रीमियम की उम्मीद।
हालाँकि ये आंकड़े अच्छे लगते हैं, पर सच्चाई यह है कि GMP एक संकेत मात्र है, कोई गारंटी नहीं। ग्रे मार्केट में सौदे पूरी तरह अनौपचारिक होते हैं, और इन पर SEBI का कोई नियंत्रण नहीं होता।
Lenskart क्यों है चर्चा में?
Lenskart सिर्फ एक eyewear कंपनी नहीं रही — यह एक ऐसी स्टार्टअप कहानी है जिसने भारत के “देखने के नजरिए” को बदल दिया।
- कंपनी के पास 1,500 से अधिक स्टोर्स हैं, और यह 100 मिलियन से अधिक उपभोक्ताओं तक पहुँच चुकी है।
 - SoftBank, Temasek, और KKR जैसे ग्लोबल निवेशकों का समर्थन इसे स्टार्टअप से बड़ी रिटेल कंपनी की तरफ ले गया।
 - FY2024-25 में कंपनी ने ₹1,900 करोड़ से अधिक का राजस्व दर्ज किया, हालांकि मुनाफे की रफ्तार अभी भी सीमित है।
 
यही मिश्रण — ब्रांड वैल्यू, उपभोक्ता जुड़ाव और विस्तार की कहानी — निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
GMP क्यों बढ़ रहा है?
- विश्वसनीय ब्रांड – Lenskart का डिजिटल और ऑफलाइन नेटवर्क इसे युवा निवेशकों की पसंद बना रहा है।
 - IPO में बड़ा साइज – ₹7,200 करोड़ से अधिक के इस इश्यू ने संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी जगाई है।
 - मजबूत स्टार्टअप सेंटिमेंट – Zomato, Mamaearth और Nykaa जैसी कंपनियों के बाद यह नई पीढ़ी की स्टार्टअप स्टोरी है, जिसमें “लॉन्ग टर्म” ग्रोथ की उम्मीद है।
 
लेकिन खतरे भी हैं…
हर चमक सोना नहीं होती — और IPO बाज़ार इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
- Lenskart का बिज़नेस अभी उच्च लागत वाले विस्तार चरण में है, और मुनाफे की स्थिति स्थिर नहीं।
 - ग्रे मार्केट में GMP केवल शुरुआती उत्साह दिखाता है; लिस्टिंग के बाद शेयर गिर भी सकते हैं।
 - हाल ही में कुछ बड़े IPOs जैसे Paytm और Mamaearth ने निवेशकों को मिश्रित अनुभव दिया है।
 
इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं —
“GMP पर नहीं, कंपनी की बुनियाद पर भरोसा करें।”
आने वाले IPOs जिन पर नज़र रखनी चाहिए
भारत का बाज़ार इस साल IPO की लहर में है — आने वाले कुछ हफ्तों में ये कंपनियाँ भी अपनी किस्मत आजमाने वाली हैं:
- Orkla India Ltd. – फूड सेक्टर की मजबूत कंपनी, अनुमानित इश्यू ₹1,600 करोड़ के आसपास।
 - Studds Accessories Ltd. – हेलमेट निर्माता कंपनी, जिसने मजबूत ग्रोथ दिखाई है।
 - OfBusiness Ltd. – B2B फिनटेक यूनिकॉर्न, जो Axis और JP Morgan जैसी बैंकों के साथ IPO की तैयारी में है।
 
यह सब दिखाता है कि भारतीय निवेश माहौल फिर से सक्रिय हो रहा है — खासकर तब, जब वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच भारत में विश्वास कायम है।
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निवेशकों के लिए संदेश
अगर आप IPO में निवेश करने जा रहे हैं, तो इन बातों को याद रखें:
- GMP केवल संकेत है, निर्णय का आधार नहीं।
 - कंपनी की वित्तीय स्थिति, प्रबंधन और उद्योग की प्रतिस्पर्धा पर ध्यान दें।
 - IPO लिस्टिंग के बाद कम से कम 6 महीने तक प्रदर्शन का विश्लेषण करें।
 
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IPO का जोश, विवेक की ज़रूरत
Lenskart IPO भारत की नई निवेश कहानी का हिस्सा है — जहाँ सपने, तकनीक और ब्रांड वैल्यू साथ चलते हैं।
पर यह भी सच है कि हर निवेश एक जिम्मेदारी है।
GMP आपको आकर्षक लग सकता है, पर असली कमाई धैर्य, रिसर्च और समय से होती है।
“बाज़ार में जल्दी आने वाला फायदा नहीं, समझदारी से किया गया निवेश ही लंबा चलता है।”






