Lenskart IPO: निवेशकों की नजरों में चमक या जोखिम? एक मानवीय नजरिए से विश्लेषण
नई दिल्ली, 3 नवंबर 2025 — भारत के IPO बाज़ार में इस समय एक नई हलचल है। ऑनलाइन आईवियर ब्रांड Lenskart ने जैसे ही अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) पेश…
सरदार पटेल: अगर आज होते — तो भारत कैसा होता और सीमाएँ कितनी मज़बूत होतीं
31 अक्टूबर, सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती, हर साल एक सवाल दोहराती है —अगर “लौह पुरुष” आज के भारत में जीवित होते, तो क्या यह राष्ट्र और भी अधिक संगठित,…
मोंथा तूफ़ान कितनी तबाही लायेगा ?
चेतावनी जो केवल मौसम नहीं, व्यवस्था से भी जुड़ी है बंगाल की खाड़ी पर उठता मोंथा तूफ़ान इस बार केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं — यह हमारे समय का पर्यावरणीय…
SIR का इतिहास: मतदाता-सूची की सफाई
भारत के लोकतंत्र की असली ताकत उसकी मतदाता-सूची में छिपी है। यही वह दस्तावेज़ है जो यह तय करता है कि किसे मतदान का अधिकार है — और किसे नहीं।…
जतिंद्रनाथ दास: जयंती विशेष
जतिंद्रनाथ दास: भारत की आज़ादी की लड़ाई केवल बंदूकों और बमों की कहानी नहीं थी — यह उन विचारों और आत्मबलिदानों की यात्रा थी जिन्होंने एक राष्ट्र की आत्मा को…
एथेनॉल की दौड़: स्वच्छ ईंधन की उम्मीद या नया संकट?
हम सब जानते हैं — बदलते मौसम की तरह, हमारी ऊर्जा की दुनिया भी बदल रही है। सरकार का निर्णय कि पेट्रोल में 20% एथेनॉल (E20) को अनिवार्य किया जाएगा,…
गुजरात 2027: कांग्रेस कहा खड़ी है गुजरात में ?
गुजरात 2027: कांग्रेस कहा खड़ी है गुजरात में ? गुजरात की राजनीति में कांग्रेस के लिए 2025 का परिदृश्य चुनौतीपूर्ण है। 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को केवल 17…
विशाखापत्तनम बनेगा भारत का AI केंद्र: गूगल का 15 बिलियन डॉलर निवेश, सुन्दर पिचाई और पीएम मोदी के बीच संवाद
भारत का AI केंद्र: भारत जल्द ही दुनिया के प्रमुख कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) केंद्रों में से एक बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अमेरिकी टेक दिग्गज गूगल ने…
राम मनोहर लोहिया: सामाजिक चेतना का शिल्पकार
12 अक्टूबर 1967 को नई दिल्ली में 57 वर्ष की आयु में लोहिया का देहांत हुआ था। इसे आज उनकी पुण्यतिथि के रूप में याद किया जाता है — वह…
जयप्रकाश नारायण: लोकतंत्र की आत्मा और आज के भारत की चेतना
जयप्रकाश नारायण:जब भारत में राजनीति का अर्थ केवल सत्ता-संघर्ष तक सीमित हो गया है, तब जयप्रकाश नारायण का नाम हमें याद दिलाता है कि राजनीति का सबसे ऊँचा उद्देश्य समाज…














